One Reply to “अँजोर _ अंक 03-04 _ अक्टूबर1978-जनवरी1979”
बहुत ही बढ़िया लागल इ प्रयास देख के। हम बचपन में 1966 के आसपास अंजोर पत्रिका एकर सम्पादक पांडेय नर्मदेश्वर सहाय(उ हमार मौसी के ससुर रहन)जी के यहां देखने रहीं।भोजपुरी व्याकरण भी लिखले रहन लेकिन अब सब बिला गइल।अगर अंजीर के सौफ्ट कांपी होने त अपलोड कर देब।उ हमरा के बड़ी मानत रहन,पत्रिका भी देते रहन लेकिन ओ घड़ी एकर महत्व ना बुझाईल।हम जीओलोजी के रिटायर प्रोफेसर बानी पर आपन माटी के भाषा से जुड़े रहीला।
उदय कुमार 9431325230
बहुत ही बढ़िया लागल इ प्रयास देख के। हम बचपन में 1966 के आसपास अंजोर पत्रिका एकर सम्पादक पांडेय नर्मदेश्वर सहाय(उ हमार मौसी के ससुर रहन)जी के यहां देखने रहीं।भोजपुरी व्याकरण भी लिखले रहन लेकिन अब सब बिला गइल।अगर अंजीर के सौफ्ट कांपी होने त अपलोड कर देब।उ हमरा के बड़ी मानत रहन,पत्रिका भी देते रहन लेकिन ओ घड़ी एकर महत्व ना बुझाईल।हम जीओलोजी के रिटायर प्रोफेसर बानी पर आपन माटी के भाषा से जुड़े रहीला।
उदय कुमार 9431325230