भोजपुरी साहित्यांगन

85 Replies to “नून”

  1. एक छोटे से विषय पर इतना अच्छा कविता वाकहि सराहनीय है ।

  2. जिय हो बिहार के लाला । कमाल कर गया । अच्छा लगा कविता

  3. फैंच के प्रोफेसर होने के वावजुद अपनी मातृभाषा में इतना खुबशुरत कविता लिखना वाक्य ही काबिले तारीफ हैं।
    इस कविता में बेजोड़ शब्दों का उपयोग किया गया हैं और कविता में जिस तरह से शुरू और अंत किया गया हैं वाक्य ही बहुत अच्छा है यदि इनका कोई पुस्तक हो तो अपलोड करने कि कृपया करें इसके लिए मैं आभारी रहूंगा।

  4. नून लाजवाब कविता। उदय शंकर प्रसाद की और भी कविता को प्रकाशित किया जाए

  5. नुन कविता ई बतावता कि इंसान के भी नुन के तरह ही आपन महत्व रखें के चाही

  6. उदय शंकर प्रसाद जी की और कविता हो तो upload किजीए। plz

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